आँखों की ज़ुबाँ पे तेरा नाम है,
दिल की धड़कन में तेरा पैग़ाम है।
कैसे कहूँ मैं दिल की दास्तां,
जब हर साँस में प्यार आया है।
होठों पे तेरे इज़हार आया है,
बेहद और बेशुमार आया है।
हर लफ़्ज़ में तेरी खुशबू है छाई,
गुलाब-सा ये इक़रार आया है!!?
आँखों की ज़ुबाँ पे तेरा नाम है, दिल की धड़कन में तेरा पैग़ाम है। कैसे कहूँ मैं दिल की दास्तां, जब हर साँस में प्यार आया है। होठों पे तेरे इज़हार आया है, बेहद और बेशुमार आया है। हर लफ़्ज़ में तेरी खुशबू है छाई, गुलाब-सा ये इक़रार आया है!!?
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