Recent Updates
- बदल जाओ वक्त के साथ
या फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसो
हर हाल में चलना सीखो!!
#PositveVibesबदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो!! #PositveVibes0 Comments 0 Shares 863 Views 0 ReviewsPlease log in to like, share and comment! - https://x.com/Deepakjainiyc/status/18192837932592171720 Comments 0 Shares 832 Views 0 Reviews
- दो जिस्म एक जान जब हो जाते हैं,
प्यार के दीये में नूर जग जाता है।
जन्नत की हर खुशी फीकी पड़ जाती है,
जब दो दिल एक ताल में धड़कते हैं।
साँसों का मेल ऐसा, रूह का रिश्ता ऐसा,
हर लम्हा मोहब्बत की शमा जलती है।
तेरे मेरे मिलन की ये दास्तान है ऐसी, कि
फ़िरदौस भी इस पर रश्क करती है।
दो जिस्म, एक जान, एक ही एहसास,
यही तो प्यार की असली पहचान है!!
#PeaceLoveदो जिस्म एक जान जब हो जाते हैं, प्यार के दीये में नूर जग जाता है। जन्नत की हर खुशी फीकी पड़ जाती है, जब दो दिल एक ताल में धड़कते हैं। साँसों का मेल ऐसा, रूह का रिश्ता ऐसा, हर लम्हा मोहब्बत की शमा जलती है। तेरे मेरे मिलन की ये दास्तान है ऐसी, कि फ़िरदौस भी इस पर रश्क करती है। दो जिस्म, एक जान, एक ही एहसास, यही तो प्यार की असली पहचान है!! #PeaceLove0 Comments 0 Shares 1610 Views 0 Reviews - तेरे जज्बातों की शायरा तू खुद है, मैं तो बस उन्हें पढ़ने का तालिब हूं!! #EveningMood #EveningVibes0 Comments 0 Shares 1762 Views 0 Reviews
- अभी तो शाम शुरू हुई है,
अभी तो महफ़िल बनी है,
दिल की दहलीज़ पे चाँद की चाँदनी सजी है।
अभी तो पहला जाम उठा है,
अभी तो नग़मा छेड़ा है,
रात की रानी की महक से फिज़ा महकी है!!अभी तो शाम शुरू हुई है, अभी तो महफ़िल बनी है, दिल की दहलीज़ पे चाँद की चाँदनी सजी है। अभी तो पहला जाम उठा है, अभी तो नग़मा छेड़ा है, रात की रानी की महक से फिज़ा महकी है!!😍🥰 - अकेले रहने का भी
अपना ही सुकून होता है
ना किसी के आने की खुशी
ना किसी के जाने का गम!!अकेले रहने का भी अपना ही सुकून होता है ना किसी के आने की खुशी ना किसी के जाने का गम!! - मजबूरिया हर इंसान को जीना सीखा देती हैं,
किसी को दर्द देती हैं तो किसी को नशा देती हैं!!मजबूरिया हर इंसान को जीना सीखा देती हैं, किसी को दर्द देती हैं तो किसी को नशा देती हैं!! - Kargil Vijay Diwas... #VandeMataram #JaiHind
- अबके सावन में ये शरारत हमारे साथ हुई,
हमारा घर छोड़ के,
सारे शहर में बरसात हुई!!💔अबके सावन में ये शरारत हमारे साथ हुई, हमारा घर छोड़ के, सारे शहर में बरसात हुई!!💔 - टुकड़ों की तरह बिखरे थे किसी अपने की प्यार में
साथ कब का छूट चुका है हम दोनों का मगर
आज भी लोग उसका नाम लेकर बदनाम करते हैं भरे बाज़ार में!!
#eveningeveryoneटुकड़ों की तरह बिखरे थे किसी अपने की प्यार में साथ कब का छूट चुका है हम दोनों का मगर आज भी लोग उसका नाम लेकर बदनाम करते हैं भरे बाज़ार में!! #eveningeveryone
More Stories