दो जिस्म एक जान जब हो जाते हैं,
प्यार के दीये में नूर जग जाता है।
जन्नत की हर खुशी फीकी पड़ जाती है,
जब दो दिल एक ताल में धड़कते हैं।
साँसों का मेल ऐसा, रूह का रिश्ता ऐसा,
हर लम्हा मोहब्बत की शमा जलती है।
तेरे मेरे मिलन की ये दास्तान है ऐसी, कि
फ़िरदौस भी इस पर रश्क करती है।
दो जिस्म, एक जान, एक ही एहसास,
यही तो प्यार की असली पहचान है!!
#PeaceLove
दो जिस्म एक जान जब हो जाते हैं, प्यार के दीये में नूर जग जाता है। जन्नत की हर खुशी फीकी पड़ जाती है, जब दो दिल एक ताल में धड़कते हैं। साँसों का मेल ऐसा, रूह का रिश्ता ऐसा, हर लम्हा मोहब्बत की शमा जलती है। तेरे मेरे मिलन की ये दास्तान है ऐसी, कि फ़िरदौस भी इस पर रश्क करती है। दो जिस्म, एक जान, एक ही एहसास, यही तो प्यार की असली पहचान है!! #PeaceLove
0 التعليقات 0 المشاركات 1625 مشاهدة 0 معاينة